Jan 31, 2011

~~~ MERI ZINDGI ~~~

Meri Zindgi Ko Ek Tamasha Bana Dia Us Ne
Bhari Mehfil Mein Tanha Bitha Dia Us Ne,
Aysi Kya Thi Nafrat Us Ko Es Masoom Dil Se
Khushiyan Chura Kar Gham Thama Dia Us Ne,
Bohat Naz Tha Us Ki Wafa Pe Kabhi Hum Ko
Mujh Ko He Meri Nazron Mein Gira Dia Us Ne,
Khudh Be-Waf Tha Meri Wafa Ki Kya Qadar Karta
Anmol Tha Main" Khaak Mein Mila Dia Us Ne !
Kisi Ko Yaad Karna To Us Ki Fitrat Mein Shamil Nahi
Hawa Ka Jhonka Samjh Kar Bhula Dia Us Ne !

Jan 29, 2011

Dosti Zindabad ..!!!!!

Teacher- hoshiyar bacha hai
Ma -Malik ki kripa hai
Papa -beta kiska hai
DOST - chal mauj masti karte hain
Result agar bura ho :
Teacher-padhai per dhyan hi nahin deta
Ma- aag lage aisi aulad ko
Papa - laad - pyar ne bigad diya hai
DOST - chal mauj masti karte hain
MORAL OF STORY
Duniya badal jati hai par dost nahin badalte !

Jan 27, 2011

तेरे प्यार का दर्द .... ......................

क्यो तेरी याद रह गयी इस दिल में,
जब तू ही ना मिल सकी मुझे ,
मैंने तो चाहा था दिल-ओ-जान से तुझे,
पर तुने क्यो ठुकरा दिया मुझे।

ज़िक्र जब भी तेरे नाम का होता है,
तेरी याद सताती है मुझे,
आज भी दिल मे है तेरे प्यार का दर्द,
नम आंखे ये बताती है मुझे।

गिला तो बस इन आंखो से है,
क्यो तेरा दीदार करा गयी मुझे,
इक टीस सी दिल मे उठती है,
क्यो तेरा ख्वाब दिखा गयी मुझे।

खुदा ने जब इश्क़ बनाया होगा,
तो खुद भी इसे अजमाया होगा,
हमारी तो औकात ही क्या इस इश्क़ के सामने,
इस इश्क़ ने तो खुदा को भी रुलाया होगा।

गम ना कर इस दुनियाँ से,
ना कोई किसीका है,
दगा वही देता है,
हमे जिस पे भरोसा है।

इस कद्र बेबस नही ज़िन्दगी,
कोशिश जीने की तो करो यारो,
बह जायेंग़े गम सारे आंसू बनकर,
कोशिश इन्हे पीने की तो करो यारो।

प्यार किसी से जो करेगा rushwai ही मिलेगी,
वफा कर लो चाहे जितनी बेवफाई ही मिलेगी ,
चाहो चाहे जितना भी किसी को,
जब आंख खुलेगी तो तन्हाई ही मिलेगी।

समझते है वो के पत्थर है हम,
मुझे वो ठोकर मार जायेंगे,
एक बार तो खुद कह दे वो के नफरत है तुमसे,
तब पत्थर तो क्या, फूल बनकर भी उनकी राहो मे नही आयेंगे।

Jan 20, 2011

पर धड़कन ही रुक जाये तो सॉरी .................

हम से कोई गिला हो जाये तो सॉरी,
आपको याद ना कर पाए तो सॉरी।
वैसे दिल से तो आपको भुलायेंगे नहीं,
पर धड़कन ही रुक जाये तो सॉरी।

जान देकर भी इस रिश्ते को निभाएंगे ,
थोड़ी ख़ुशी में आपकी खैर मनाएंगे।
आप सराफत से समस कर दीजिये वरना,
हम हरियाणा पुलिस का तरीका अपनाएंगे।

नजरे उससे मिलाऊ सर्मिन्दा ना कर दे,
इजहार करू तो इंकार ना कर दे।
मेरी लाश के पास मत बैठाना उसे
डर है वही छु कर मुझे जिन्दा ना कर दे।

तेरी प्यारी सी दोस्ती कैसे भूल जाऊ,
पल पल तुम्हारी यादो में क्यों ना aau ,
ऐ दोस्त तेरी दोस्ती सबसे प्यारी है ।
फिर तुम्हे अपनी याद क्यों ना दिलाऊ ।

अब कुछ ना किसी से बोलेंगे ,
बस तन्हाई में चुप चुप रो लेंगे ।
अब नींद तो आँखों में आती नहीं ,
चलो जब मौत आएगी तो जी भरकर सो लेंगे ।