Dec 30, 2010

आँसू में ना ढूँदना हूमें..............................................

आँसू में ना ढूँदना हमें,
दिल में हम बस जाएँगे,
तमन्ना हो अगर मिलने की,
तो बंद आँखों मैं नज़र आएँगे।

लम्हा लम्हा वक़्त गुजर जाएँगा,
चँद लम्हो में दामन छूट जाएगा,
आज वक़्त है दो बातें कर लो हमसे,
कल क्या पता कौन आपके ज़िंदगी में आ जाएगा।

पास आकर सभी दूर चले जाते हैं,
हम अकेले थे अकेले ही रह जाते हैं,
दिल का दर्द किससे दिखाए,
मरहम लगाने वाले ही ज़ख़्म दे जाते हैं,

वक़्त तो हमें भुला चुका है,
मुक़द्दर भी ना भुला दे,
दोस्ती दिल से हम इसीलिए नहीं करते,
क्यू के डरते हैं,कोई फिर से ना रुला दे,

ज़िंदगी मैं हमेशा नये लोग मिलेंगे,
कहीं ज्यादा तो कहीं काम मिलेंगे,
ऐतबार ज़रा सोच कर करना,
मुमकिन नही हर जगह तुम्हे हम मिलेंगे।

खुशबू की तरह आपके पास बिखर जाएँगे,
शुकुन बन कर दिल मे उतर जाएँगे,
महसूस करने की कोशिश तो कीजिए,
दूर होते हुए भी पास हम नज़र आयेंगे ।

Dec 15, 2010

उनकी ये शिकायत है की मैं बेवफाई पे नहीं लिखता.............

उनको ये शिकायत है, मैं बेवफ़ाई पे नही लिखता,
और मैं सोचता हूँ कि, मैं उनकी रुसवाई पे नही लिखता।
ख़ुद अपने से ज़्यादा बुरा, ज़माने में कौन है?
मैं इसलिए औरों की, बुराई पे नही लिखता।

कुछ तो आदत से मज़बूर हैं और,
कुछ फ़ितरतों की पसंद है,
ज़ख़्म कितने भी गहरे हों,
मैं उनकी दुहाई पे नही लिखता।

दुनिया का क्या है हर हाल में, इल्ज़ाम लगाती है,
वरना क्या बात?? कि मैं कुछ अपनी सफ़ाई पे नही लिखता।
शान-ए-अमीरी पे करू कुछ, अर्ज़ मगर एक रुकावट है,
मेरे उसूल, मैं गुनाहों की, कमाई पे नही लिखता।

उसकी ताक़त का नशा,"मंत्र और कलमे" में बराबर है,
मेरे दोस्तों! मैं मज़हब की, लड़ाई पे नही लिखता।
समंदर को परखने का मेरा, नज़रिया ही अलग है यारों!
मिज़ाज़ों पे लिखता हूँ मैं उसकी॥ गहराई पे नही लिखता।

पराए दर्द को , मैं ग़ज़लों में महसूस करता हूँ ,
ये सच है मैं शज़र से फल की, जुदाई पे नही लिखता।
तजुर्बा तेरी मोहब्बत का'॥ ना लिखने की वजह बस ये,
क़ि 'शायर' इश्क़ में ख़ुद अपनी, तबाही पे नही लिखता...!!!

मैं और जिन्दगी..................

मैं दो कदम चलता और एक पल को रुकता मगर,
इस एक पल में जिन्दगी मुझसे चार कदम आगे चली जाती,
मैं फिर दो कदम चलता और एक पल को रुकता मगर,
जिन्दगी मुझसे फिर चार कदम आगे चली जाती,
जिन्दगी को जीतता देख मैं मुश्कुराता और
जिन्दगी मेरी मुश्कुराह्त पर हैरान होती,
ये सिलसिला यूँही चलता रहा ,
फिर एक दिन मुझको हस्ता देख एक सितारे ने पुछा"तुम हारकर भी मुस्कराते हो ,
क्या तुम्हे दुःख नहीं होता हार का?"
तब मैंने कहा ,मुझे पता है एक ऐसी सरहद आएगी,
जहा से जिन्दगी चार तो क्या एक कदम भी आगे नहीं जा पायेगी और
तब जिन्दगी मेरा इंतज़ार करेगी और मैं तब भी अपनी रफ़्तार से यूँही चलता रुकता वहां पहुंचूंगा .........एक पल रुक कर जिन्दगी की तरफ देख कर मुस्कुराऊंगा ,
बीते सफ़र को एक नज़र देख अपने कदम फिर बढाऊँगा ,
ठीक उसी पल मैं जिन्दगी से जीत जाऊंगा ,
मैं अपनी हार पर मुस्कुराया था और अपनी जीत पर भी मुस्कुराऊंगा और
जिन्दगी अपनी जीत पर भी न मुस्कुरा पाई थी और अपनी हार पर भी न मुस्कुरा पायेगी ,
बस तभी मैं जिन्दगी को जीना सीखूंगा ............................................................

तुझे भुलाना भी मुस्किल है .....................

फूल मुझे पसंद नहीं, मै कांटो का दीवाना हू,
मै जलने वाली आग नहीं, जल जाने वाला परवाना हु,
ख्वाब मुझे पसंद नहीं, मै हकीकत का आशियाना हु,
मै मीटने वाली हसरत नहीं, जीने वाला अफसाना हु,
मै थमने वाला वक़्त नहीं, न छुट पाने वाला किनारा हु,
मै रूकने वाली सांस नहीं, सदा दिल मे धडकने वाला सहारा हु!...

निगाहें बचाकर जो चलते है हमसे ,
कभी उनको हमसे मोहब्बत हुई थी
जो महबूब से अजनबी हो गए है
कभी उनको हमसे मोहब्बत हुई थी...

तुझे खोना भी मुश्कील है, तुझे पाना भी मुश्कील है।
जरा सी बात पर आंखें भीगो के बैठ जाते हो,
तुझे अब अपने दिल का हाल बताना भी मुश्किल है,
उदासी तेरे चहरे पे गवारा भी नहीं लेकीन,
तेरी खातिर सितारे तोड़ कर लाना भी मुश्कील है,

यहाँ लोगों ने खुद पे परदे इतने डाल रखे हैं,
किस के दिल में क्या है नज़र आना भी मुश्कील है,
तुझे जींदगी भर याद रखने की कसम तो नहीं ली,
पर एक पल के लिए तुझे भुलाना भी मुश्कील है.

Dec 7, 2010

किसी ने हमसे प्यार किया हो ऐसा पहली बार हुआ है........

देर से ही पर खुदा मेहरबां हमपे नहुत इस बार हुआ है,
दुनिया में जो सब से हसी है उसको हमसे प्यार हुआ है।
तानो या उल्हानो से तो झोली अपनी भरी रही,
किसी ने उस में प्यार भरा हो ऐसा पहली बार हुआ है।

जख्म दिए हो किसी ने हमको ऐसा सारी उम्र हुआ है,
पर मरहम लेकर कोई घर आया ऐसा पहली बार हुआ है।
सपनों को बनते और टूटते किस रात नही देखा हमने,
अब जाकर अपना सपना मुश्किल से कोई साकार हुआ है।

पास में रहकर भी मेरे दिल से कइ अक्सर दूर रहे,
दूर में रहने वाला दिल के पास हो पहली वार हुआ है।
किसी ने हम को वुक्के दिए हों ऐसा अक्सर ही होता था,
पर हमने किसी को फूल दिया ऐसा पहली बार हुआ।

हमने किसी से प्यार किया शायद ऐसा पहले भी हुआ,
पर किसी ने हमसे प्यार किया हो ऐसा पहली बार हुआ है।

जला है यूं घर का मेरे तिनका तिनका

अंधेरो में रहने की आदत है हम को,
उजालो में आने से डरते बहुत हैं।
तेरे आने से घर हो सकता था रौशन ,
पर आँखे चोंधियाने से डरते बहुत हैं।

जिसे भी दिखाए उसी ने कुरेदे ,
जख्मो की अपनी यही दास्ताँ है।
बेवजह नही जो किसी मेहरबान को,
जख्म अब दिखाने से डरते बहुत हैं।

अभी तक भी सब की 'ना' ही सुनी थी,
तेरी 'ना' भी कोई अजूबा नही है।
सच तो है ये कि मेरी जानेमन ,
तेरी ' हाँ ' हो जाने से डरते बहुत हें।

चाहा जिसे भी दिलोजान से चाहा,
बस इतनी सी गल्ती रही है हमारी।
है चाहत कि तुमको भी चाहे बहुत,
पर गलती दोह्राने से से डरते बहुत हैं।

राहों मे मिलते हो तब पूछते हो,
कैसे हो क्या हाल है आपका,
कभी घर में फुरसत से बैठो,
सुनाने को गम के फसाने बहुत है।

जब भी नशेमन बनाया है कोई,
गिरी आसमान से कई बिजलियाँ ।
जला है yuun घर ka मेरे तिनका तिनका,
nya घर basaane से डरते बहुत हैं।

हदों में रहके कभी प्यार हो नही सकता?

हदों मे रहके तो व्यापार होते आयें हैं,
हदों में रहके कभी प्यार हो नही सकता।
हदों में रहके तुम इन्कार कर तो सकते हो,
हदों में रहके पर इकरार हो नहीं सकता।

तूँ जिस तरह से किनारे को पकडे बैठा है,
आज क्या तूँ कभी उस पार हो नहीं सकता।
जो अपने यार की उम्मीद पे ना उतरे खरा,
वो रिश्तेदार ही होगा वो यार हो नही सकता।

खोने और पाने का हिसाब जब लगे लगने,
तो फिर वो दोस्ती होगी वो प्यार हो नहीं सकता।
अगर पाना है मंजिल को तो घर को छोडना होगा,
कैदी दीवारों का मंजिल का हकदार हो नही सकता।

निकलना दायरों से तेरा लाजिम है तूँ मेरी मान,
रह के दायरों मे तूँ मेरा प्यार हो नहीं सकता।
रिश्तों में हदें होती हैं नहीं प्यार में होती,
हदों में रिश्ते निभ सकते हैं प्यार हो नहीं सकता।

खुले आकाश मे उडना अगर चाहत है तो सुन ले,
हदों के पिंजरे मे रहके ये मुमकिन हो नहीं सकता।
निकल जाती है गाडी सामने से उस मुसाफिर के,
जो रहते वक्त गाडी मे सवार हो नहीं सकता।

मेरे तन मन पे जब अधिकार तेरा , सिर्फ तेरा है,
तो क्यों तुझ पर यही अधिकार मेरा हो नहीं सकता।
हदों में रहके कभी प्यार हो नही सकता।

Nov 23, 2010

मेरी चाहत

जी भर कर जब देखा तुम्हे
तुम वही लगी
कुछ मेरे अपने कुछ पराये
कुछ जाने कुछ अनजाने
कुछ सोचे कुछ समझे
कुछ प्यारे कुछ पुकारे
अब जब तुम नहीं हो
मेरे सामने न होते हुए भी
मेरे होएकदम अपने
मानो मेरे अन्दर बसे
कुछ उलझे कुछ उलझाते
कुछ सुलझे कुछ सुलझाते
आज भी तुम उतनी ही करीब हो
मेरे अन्दर सांस लेते मेरी आँखों में बसे
मेरे होठों पर मुस्काते
मेरे स्पर्श में बसे मेरी हर धड़कन में बसे
मेरी हर सांस में समाये हो
तुम ही हो वो जिसे मैंने ढूंडा आख़िरकार पा भी लिया,
आई लव यू माय जानू !

प्यार क्या है ?


प्यार क्या है?
मैंने खुद से यह सवाल कई बार पूछा है. मन में कई जवाब आते भी हैं. कभी लगा प्यार पाना है तो कभी लगा की प्यार देना है. कभी लगा की प्यार छोड़ देना है. आपका होगा तो वापस आयेगा जरुर. आता भी है. लेकिन फिर चला जाता है. इस प्यार को क्या कहेंगे? ये कैसा प्यार है जो आता है और फिर चला जाता है? कहते हैं फुल की खुशबु की तरह प्यार होता है. तो कुछ लोग कहते हैं की प्यार जादुई होता है. पर मैंने जिस प्यार को महसूस किया है, वो अजीबोगरीब किस्म का है. मन में बेचैनी जगा जाता है और फिर छोड़ जाता है अकेले सुबकने के लिए. तब मन में आता है की इस प्यार को क्या कहें, क्या नाम दे? जो आपको छोड़ जाता है सुबकने के लिए, लड़ने के लिए.प्यार, ये हमे जीना भी सिखाता है आपके अपनों के लिए. उन्हें खुश देखने के लिए, उन्हें प्यार करने के लिए. मैंने शिद्दती प्यार को महसूस किया है, जो आता है दुबारा तो फिर जाने का नाम नहीं लेता. नश्तर की तरह चुभ जाता है आपके अन्दर. तीस्त्ता रहता है पल-पल हर क्षण. कष्ट देता है और ख़ुशी भी. सोचने पर महसूस होता है की प्यार कितना खुबसूरत होता है. तो कभी लगता है प्यार कितना कष्टदायक होता है. पर प्यार तो वही है तो जो आपको हिम्मत दे, जूनून दे. कुछ पाने का जूनून, किसी को चाहने का जूनून. और वो प्यार ही किस काम का जो आपमें जूनून न पैदा करे. जो आपको लड़ने पर उतारू न कर दे, अपनी किस्मत से, अपनी परिस्थितियों से. प्यार तो उस रस्ते की तरह है जिस पर आप चलते हैं तो उस छोटे गड्ढे को नहीं याद रखते जो रस्ते में आता है. बल्कि पुरे रास्ते को याद करते हैं और खुश होते हैं की ये रास्ता बहुत प्यारा है, आखिर आपकी जिंदगी का प्यार जो साथ है.

सच्चा प्यार क्या है?

क्या है सच्चा प्यार ?
आओ सुनो एक कहानी एक चिडिया को एक सफ़ेद गुलाब से प्यार हो गया , उसने गुलाब को प्रपोस किया , गुलाब ने जवाब दिया की जिस दिन मै लाल हो जाऊंगा उस दिन मै तुमसे प्यार करूँगा , जवाब सुनके चिडिया गुलाब के आस पास काँटों में लोटने लगी और उसके खून से गुलाब लाल हो गया, ये देखके गुलाब ने भी उससे कहा की वो उससे प्यार करता हैपर
तब तक चिडिया मर चुकी थी.................................................!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!

इसीलिए कहा गया है की सच्चे प्यार का कभी भी इम्तहान नहीं लेना चाहिए, क्यूंकि सच्चा प्यार कभी इम्तहान का मोहताज नहीं होता है , ये वो फलसफा; है जो आँखों से बया होता है , ये जरूरी नहीं की तुम जिसे प्यार करो वो तुम्हे प्यार दे , बल्कि जरूरी ये है की जो तुम्हे प्यार करे तुम उसे जी भर कर प्यार दो, फिर देखो ये दुनिया जन्नत सी लगेगी प्यार खुदा की ही बन्दगी है,
खुदा भी प्यार करने वालो के साथ रहता है!

Nov 19, 2010

हिंदी समस 2

मुस्कराये आप तो फूल खिल जाए
बाते करे आप तो बाहर आ जाए,
इतनी दिलकश है आप की दोस्ती की
दुश्मन को भी आप पर प्यार आ जाए!

जीने का राज़ मैंने दोस्ती में पा लिया है
जिसका भी गम मिला उसे अपना बना लिया,
सुनाने को जब मिला नही कोई दस्ताने-ए-गम
आइना रख के सामने ख़ुद को सुना लिया!

कही अँधेरा तो कही शाम होगी
मेरी हर खुशी बस तेरे नाम होगी,
कुछ हमसे मांग कर तो देखो
होंटो पर हँसी और हथेली पर जान होगी!

हम हसते है तो लोग कहते गम से खाली है
पर उन्हें क्या पता,
के जो गम के बाग़ है इस दुनियाँ में
हम उन बागों के माली है!

एक जाम उल्फत के नाम,
एक जाम मोहब्बत के नाम
एक जाम वफ़ा के नाम,
पूरी बोतल बेवफा के नाम,
और पूरा ठेका दोस्तों के नाम

हिंदी समस

सूरज की पहली किरण तुम्हे रोशनी दे
फूलो की कलियाँ तुम्हे खुसबू दे,
बाकी दुनियाँ तुम्हे कुछ दे या ना दे
उपर वाला हमेशा तुम्हे खुशी दे!

मेरे प्यार की वो हद पूछते है
दिल में कितनी जगह है,
ये पूछते है,चाहते है हम सिर्फ़
उन्ही को क्यो इतना
उसकी भी वो हमसे वजह पूछते है!

हमे हसरत है तुम्हे पाने की
बस इतनी सी चाहत है इस दीवाने की,
हमे शिकवा तुमसे नही किसी और से है
क्या जरूरत थी इतना खूबसूरत बनाने की!

वक्त नूर को बेनूर बना देता है
थोड़े से जख्म को नासूर बना देता है,
अपनो से कौन जुदा होना चाहता है
पर वक्त सबको मजबूर बना देता है!

दिल की किताब का पन्ना चुरा ले गया कोई
आँखों से नींदों को उड़ ले गया कोई,
हमे तो पीने की आदत ना थी,
लेकिनआँखो से जाम पिला गया कोई!

किसी की चाहत का तुम इम्तेहान ना लेना
जो निभा ना सको वो वादा मत करना,
जिसे तुम बिन जीने की आदत ना हो
उसके जीने की तुम दुआ मत करना!

इश्क उस से ही किया जाता है...........

मुहब्बत में जो खता होती है
उसकी खुशबू ही जुदा होती है
इश्क उस से ही किया जाता है
जिस से उम्मीदे वफ़ा होती है
मौत से जिस्म ही नहीं मरता
दिल से धड़कन भी जुदा होती है
सब्र करने से पता चलता है
दर्दे दिल की भी दवा होती है
उसकी कुदरत में एक शय है
जोमेरी चाहत पे फ़ना होती है
मौत ही है कि जो नहीं आती
जिन्दगी तो रोज़ खफा होती है।
आई लव यू माय डीएर।

Nov 12, 2010

जीने का दील करता नही पर मौत है कि आती नही

यादों का सहारा कल तक जीने के लिए काफी था
अब आँखों को नींद है कि आती नही
अब जब गुजरता हूँ उन्ही वादियों से फिर कभी
जो हसीं लगती थी कल तक वो अब दिल को भाती नही
वो सांसों कि गर्मियां जेहन मै भी हैं अब भी बसीं
पर अब क्या हुआ जो धडकने फिर से तेज हो जाती नही
अब गेसुयों कि खुशबू ख्यालों मै तो हैं मगर
क्या हुआ जो अब वो गेसू खुल के बिखर जाती नही
वो छेड़ जाना नजरों से सबसे नजर बचा कर के
क्या हुआ उन नजरों को , कि अब वो शोखियाँ आती नही
वो अपलक देखना तेरा जब भी गुजरना पास से
और वो सहेलियों का कहना कि एक तू है कि शर्माती नही
सबका पूछना कि चेहरे पे तो दीखती हैं शुर्खियाँ तेरे
और एक तू है कि हम से कुछ बताती नही
अब भी करती हैं परेशां बस वही मुहब्बत कि बातें
कोशिश करता हूँ बहुत पर वो सरगोशियाँ भूल पाती नही
भूल के ना भूल पाया हूँ मै उस भूल को
जीने का दिल करता नही पर मौत है कि आती नही ,
I Love You My Preety.................................

हां मैं तुझसे प्यार करता हूं

हां मैं तुझसे प्यार करता हूंजैसे हवाएंसागर की लहरों से करती हैंजिन्हें उछालते हुए खुद को हीआकार देती हैं वोऔर उसमें घुलती हैं थोडा-थोडाजैसे मेरी हंसीतुम्हारी आंखों की चमक में घुलती है.

हां मैं तुमसे प्यार करता हूंजैस नदियां समंदर से करती हैंजिसमें जा मिलती हैं वोबिना किसी शोर केखुद को अनस्तित्व करती हुईउसकी असीमता को बल प्रदान करतीं.

हां मैं तुमसे प्यार करता हूंजैसे चांदनी इस धरती से करती हैजिसकी चोटियों को वहउसी तरह सहलाती हैजैसे उसकी खाइयों को भरती हैअपनी ठंडी फिसलती रोशनी से.

हां मैं तुझसे प्यार करता हूंजैसे सुबहें और शामें करती हैं मुझसेजिनमें उगते हुए भू-दृश्यों मेंचलती चली जाती हैं निगाहेंजैसी कि वेा डूबती चली जाती हैंतुम्हारी आंखों की छवि मे ... ........

प्यार का एहसास

प्यार जिदंगी का बहुत खूबसूरत खुशनुमा एहसास है । प्यार की अनुभूति तो उसे ही हो सकती है जिसने कभी खुद प्यार जैसे खूबसूरत एहसास को महसूस किया हो या जिसने कभी प्यार किया हो । जो प्यार को महसूस करें या प्यार करें वे ही प्यार को लफ्जों में बाँध सकता है लफ्ज तो तब ही निकलेगें जब आप उसें महसूस करें । प्यार का हर रंग अलग है । प्यार हर रिश्ते से अलग अलग रुप में किया जाता है जैसे माँ अपने बेटे से ,पिता अपनी बेटी से ,भाई अपनी बहन से , बहन अपने भाई से बहन बहन से ,भाई भाई से करता है पति अपनी पत्नी से , पत्नी अपने पति से ,प्रेमी अपनी प्रेमिका से , प्रेमिका अपने प्रेमी से और हम खुद अपनेआप से प्यार करते है । प्यार का रिश्ता अपने आप में खूबसूरत है । प्यार हर रिश्ते को मजबूती देता है । इंसान के लिए प्यार करना बहुत ज़रुरी है क्योंकि वो तब ही इस रिश्ते की नजाकत को पहचानेगा । प्यार जैसे खूबसूरत एहसास को दुनिया की नजरें गल्त नजरों से देखती है जबकि पूरी दुनिया तो प्यार की नींव पर ही टिकी हुई है । हम अगर एक दूसरे से प्यार ना करे तो एक दूसरे को समझे और जाने कैसे । जब एक बच्चे को प्यार की ज़रुरत महसूस होती है तो वो अपनी माँ के पास जाता है । हर रिश्ते में प्यार एक अलग रुप में मिलता है । मैं ये नहीं कहती कि प्यार मत करो क्योकि प्यार तो हमारी जिदंगी का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है । मेरी नजर में प्यार करना कोई गल्त बात नहीं है प्यार कीजिए बशर्ते सही इंसान से । प्यार में जिदंगी खूबसूरत लगने लगती है ‘’ कहते है जब कोई प्यार करता है तो उसे दुनिया और दुनिया की हर की चीज खूबसूरत लगने लगती है और इंसान खुद खूबसूरत हो जाता है । ‘’ प्यार में बहुत सारे बदलाव आते है इंसान खुद इन बद्लावों को महसूस करता है । जो काम उसने कभी ना किये हो वो करने लगता है किसी काम में मन ना लगें किसी से ज्यादा बात करने का मन ना करें या ज्यादा करें । प्यार में इंसान के चेहरे पर एक अलग सी चमक और मुस्कान आ जाती है जो शायद पहले नहीं आई होगी । इस वक्त शायद इंसान को ज्यादा अकेलापन महसूस होगा । उसे एक दोस्त की ज़रुरत होगी जो उसकी बातों को समझे उससे बातें करे उसकी उलझनें सुलझाये । प्यार जैसे प्यारे प्यारे लम्हें हमारी जिदंगी के दरवाजे पर बार बार दस्तक नहीं देते है तो मैं अपने दिल से कहती हूँ कि इस लम्हे को खूबसूरती से जी लीजिये और इस रिश्ते को अपनी जिदंगी में इस कदर उतार लीजिये कि जिदंगी सारा खालीपन ही दूर हो जाये । क्योंकि ऐसे खूबसूरत और प्यारे लम्हे जिदंगी में बार बार नहीं आते है । हर चीज के आने और जाने का समय हमेशा एक जैसा नहीं होता है कोई चीज हमारी जिदंगी में कब चुपके से शामिल हो जाये और कब चली जाये इसका हम अंदाजा नही लगा सकते इसलिए उस समय से इतनी उम्मीदें ना रखे कि उससे आपकी उम्मीदें ही टूट जायें । आप ऐसे इंसान से प्यार करे जो आपके साथ हो आपके पास हो पर कभी कभी ऐसे नहीं होता है । अपनी आँखे बंदकर कर लें और उसे अपने दिल से याद कर महसूस करें तो उस व्यक्ति का आपको अपने आसपास होने का एहसास होगा । आपके दिल में ये एहसास कब जाग जायेंगा आपको खुद मालूम नहीं होगा । तो प्यार के प्यारे एहसास को महसूस कीजिये और दिल से अपनी जिदंगी को जी लीजिये । बुरी चीजों को दिमाग से बाहर के द्वार दिखायें और इस एहसास अपने दिल और दिमाग की राह दिखायें । मेरी जीने का तो यही फंडा है कि खुश रहों ,सदा मुस्कुराते रहो और अपने धैर्य को कभी मत खोने दो । मेरे लिए प्यार सब कुछ है मेरे लिए प्यार जैसे प्यारे शब्द में मेरी पूरी दुनिया सिमटी हुई है ।

प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता है

प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता हैनये परिन्दों को उड़ने में वक़्त तो लगता है।
जिस्म की बात नहीं थी उनके दिल तक जाना था,लम्बी दूरी तय करने में वक़्त तो लगता है।
गाँठ अगर पड़ जाए तो फिर रिश्ते हों या डोरी,लाख करें कोशिश खुलने में वक़्त तो लगता है।
हमने इलाज-ए-ज़ख़्म-ए-दिल तो ढूँढ़ लिया है,गहरे ज़ख़्मों को भरने में वक़्त तो लगता है।